The 2-Minute Rule for सोयाबीन के तेल के फायदे



षोषक, मोटापा कम करना, उच्च रक्त चाप से बचाव

कुकिंग के लिए किस तरह के तेल का इस्तेमाल करना सबसे अच्छा है? न्यूट्रिशनिस्ट ने बताया आप भी बदलें तेल

क्या महिलाओं को मेनोपोज की अवस्था में इस तेल का सेवन करना चाहिए? मेनोपोज, यानी रजोनिवृत्ति के दौरान हड्डियां कमजोर होने और एस्ट्रोजेन की कमी होने जैसी परेशानियां होती हैं। ऐसे में सोयाबीन ऑयल का सेवन जरूर और नियमित रूप से करना चाहिए, क्योंकि इसमें मौजूद तत्व हड्डियों को स्ट्रांग बनाते हैं और त्वचा की नमी को बनाए रखने में भी सहायक होते हैं। सोयाबीन ऑयल त्वचा को कैसे फायदा पहुंचाता है? सोयाबीन के तेल में विटामिन ई की भरपूर मात्रा होती है और यह एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट भी है। साथ ही यह त्वचा को मुक्त कणों के कारण होने वाले नुकसान से बचाता है। विटामिन ई त्वचा की रंगत को निखारता है, मुंहासे के निशान कम करता है और सनबर्न से त्वचा की रक्षा करता है। क्या सोयाबीन ऑयल बालों के लिए भी काफी अच्छा है?

घर में आप कई तरह के तेल का उपयोग करते होंगे। कुछ तेल खाना बनाने के लिए, तो कुछ तेल बालों में लगाने के लिए। कभी-कभी लोग तेल को शरीर व चेहरे पर भी लगाने के लिए इस्तेमाल करते हैं। विभिन्न प्रकार के तेल का इस्तेमाल करते हुए कभी-न-कभी आपने सोयाबीन ऑयल का भी उपयोग किया ही have a peek at this web-site होगा। आज हम इस लेख में इसी तेल के बारे में बता रहे हैं।

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यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है. ज्यादा जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह लें.

सोयाबीन की खेती अधिक हल्‍कीरेतीली व हल्‍की भूमि को छोड्कर सभी प्रकार की भूमि में सफलतापूर्वक की जा सकती है परन्‍तु पानी के निकास वाली चिकनी दोमट भूमि सोयाबीन के लिए अधिक उपयुक्‍त होती है। जहां भी खेत में पानी रूकता हो वहां सोयाबीन ना लें।

इस सोया-आलू करी को आप रोटी या चावल किसी के साथ भी खा सकते हैं।

सोयाबीन के ज्यादा मात्रा में सेवन करने से सेक्स सम्बंधित समस्या हो जाती है। सोयाबीन के ज्यादा मात्रा में सेवन करने से हार्मोन, लिबिडो पावर, स्‍पर्म और प्रजनन पॉवर का स्तर प्रभावित हो सकता है।

डायनिंग टेबल पर नहीं बल्कि जमीन पर बैठकर खाना खाने के हैं जबरदस्त फायदे

न्यूट्रिशनिस्ट का कहना है कि हम सभी कुकिंग ऑयल का अलग-अलग तरह से और अलग-अलग तापमान पर खाना पकाने के लिए इस्तेमाल करते हैं. इसलिए जरूरी है कि आप पहले यह पहचान लें कि आप किस प्रकार का खाना बना रहे हैं और फिर तेल चुनें.



ऐसा माना जाता है कि दक्षिण-पूर्वी एशिया खासतौर से चीन से सोयाबीन का प्रचलन शुरु हुआ था। इसके बाद ये जापान और फिर विश्‍व के अन्‍य हिस्‍सों में भी लोकप्रिय हो गया। वर्तमान समय में विश्‍वभर में सोयाबीन की खेती की जाती है। विश्‍व स्‍तर पर संयुक्‍त राज्‍य सोयाबीन का उत्‍पादन करने में पहले स्‍थान पर है। इसके बाद ब्राजील, अर्जेंटीना और चीन का नाम आता है। भारत के मध्‍य प्रदेश, महाराष्‍ट्र और राजस्‍थान राज्‍य में सबसे ज्‍यादा सोयाबीन का उत्‍पादन किया जाता है।

इसके अलावा सोयाबीन तेल के फायदे जलन और सूजन को कम करने में सहायक हो सकते है.

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